आज तेरा रूप कुछ बदला - बदला सा है.
रंग भी कुछ निखरा- निखरा सा है।
आइये हम भी कुछ नया- नया सा करें,
मेरी पत्रिका के अंजुमन में कही खो जाएँ।
अगर आप मांसपेशियों और रीढ़ की हड्डी के दर्द से हैं परेशान, तो जानें कैसे
मिलेगा आराम
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मौजूदा भागमभाग वाली जिंदगी में पता नहीं कब शरीर के किसी भाग का दर्द हमारी
दिनचर्या का हिस्सा बन जाता है, इसका हमें पता भी नहीं चलता। सुबह उठने के बाद
अक्सर...
5 years ago
7 Comments:
आप के द्वारा दी गई प्रतिक्रियाएं मेरा मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन करती हैं। meri patrika ka yah naya roop aap ko kaisa lagaa, zaroor bataayen...
aaj ke naya kam ye kiya ki ham to aapke kawita me kho gaye .......bahut bahut dhanyawaad
behtareen
अच्छा है
bahut hi achha likha hai..sundar abhivyakti....
बढ़िया.
हम-भी तैयार-तैयार से है, कुछ नया करने को। अच्छा लिखा है आपने।
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