क्या आप जानते हैं कि प्लास्टिक की बोतलें मस्तिष्क के लिए कितनी घातक सिद्ध हो सकती हैं? दरअसल ये बोतलें हमारी सीखने की क्षमता तथा स्मरणशक्ति पर भी बुरा असर डाल सकती हैं। कनाडा के गुएल्फ विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का मानना है कि ये शिजोफ्रेनिया (मतिभ्रम), अवसाद अथवा अल्जाइमर्स (भूलने की बीमारी) जैसी बीमारियों को भी जन्म दे सकती हैं।शोधकर्ताओं के मुताबिक प्लास्टिक की पानी की बोतलें, बच्चों के इस्तेमाल की बोतलें आदि को बनाने में बिस्फेनॉल (बीपीए) नामक एक पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है जो मस्तिष्क की कई गतिविधियों को प्रभावित करता है।शोध में पाया गया कि इन बोतलों में जो पदार्थ रखा जाता है उसमें बीपीए का धीमी गति से रिसाव होता रहता है जो उस पदार्थ के साथ मनुष्य के शरीर में चला जाता है। शोधकर्ता नील मैकलस्की के अनुसार यह पदार्थ धीरे-धीरे शरीर में एकत्रित होकर मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है।

1 Comments:

भगीरथ said...

I must thank you for giving such an important information. bhagirath