आँखें है मेरी वीरान,
दिल में उठे तूफ़ान,
सपनो में आ के,
मेरे दिल में समा के,
मेरे मीत बन गए अनजान,
ये हवाएं क्यों रुलाएं,
छाई रात अँधेरी,
तू जो न हुई मेरी,
देख अकेला मुझे,
घुमड़ती हवाओं में,
बादलों ने डाला है घेरा,
ये घटाएं क्यों सताएं,
आई यहाँ, सुनी रातें,
रिमझिम रिमझिम बरसे सावन,
आया कैसा ये मौसम,
उम्मीदें भी बह गई ,
आंसुओं की धार में,
भीगा मेरा तन और मन,
ये फिजायें क्यों रुलाएं,
आई यहाँ, सुनी रातें.

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