पलकों पे आँसुओं को सजाया न जा सका

उस को भी दिल का हाल बताया न जा सका

ज़ख्मों से चूर चूर था यह दिल मेरा

एक ज़ख्म भी उसको दिखाया न जा सका!

जब तेरी याद आई तो कोशिश के बावजूद

आँखों में आँसुओं को छुपाया न जा सका!

कुछ लोग ज़िन्दगी मैं ऐसे भी आए हैं

जिनको किसी भी लम्हे भुलाया न जा सका

बस इस ख़याल से कहीं उसको दुःख न हो

हमसे तो हाल-ऐ-गम भी सुनाया न जा सका

3 Comments:

वाणी गीत said...

कुछ लोग जिंदगी में ऐसे आते हैं जिन्हें किसी लम्हे में भुलाया नहीं जा सकता ...
बहुत खूब ...!!

दिगम्बर नासवा said...

lajawaab kamaal likha hai ....

मुकेश कुमार तिवारी said...

रवि जी,

बात तो अच्छी कही है, मुहब्बत में डूबी हुई कि वो रूसवा न हो अपनी पशेमानी हो तो हो।

सादर,


मुकेश कुमार तिवारी