ज़िन्दगी के चन्द लम्हे ऐसे होंगे

जब तुम किसी को चाहोगे लेकिन

तुम्हे चाहने वाला कोई ना होगा

जब तुम किसी का इन्तेज़ार करोगे लेकिन

तुम्हारा इन्तेज़ार करने वाला कोई ना होगा

जब सितारे तो होंगे लेकिन

तुम्हारा चाँद कही और होगा

जब आंखो मे आंसू तो होंगे लेकिन

इन्हे पोछने वाला कोई ना होगा

सो ज़िन्दगी के इन लम्हो मे गर कोई

प्यार, से बुलाये तो चले जाना क्योकि

शायद बाद मे कोई बुलाने वाला ना हो

3 Comments:

दिगम्बर नासवा said...

लाजवाब रवि जी ......... आपने सच लिखा है . ये कोई प्यार से बुलाए तो चले जाना चाहिए .... वैसे भी ये उम्र बहुत लम्बी नहीं

अजय कुमार said...

jindagi ka kya bharosa , jab tak jiyo pyar se jiyo

Asha Joglekar said...

यथार्थ को कितनी खूबसूरती से पेश किया है आपने ।