हर फूल की अज़ब कहानी है,
चुप रहना ही प्यार की निशानी है,
कही कोई जख्म नही फिर भी,
ख़ुद दर्द का एहसास है,
लगता है दिल का एक टुकड़ा,
आज भी आप के पास है।

तुझे इश्क हो खुदा करे,

कोई तुझ को उस से जुद्दा करे।
तेरे होठ हँसना भी भूल जायें,
तेरी आँख पर नमी रहा करे।
तू उस की बातें सुना करे,
वो नज़र झुका कर चला करे।
तेरे ख्वाब बिखरें टूट कर,
तू किरची किरची चुना करे।
तू नगर नगर फिरा करे,
तू गली गली सदा करे।
मैं कहूँ इश्क ढोंग है,
तू नही नही कहा करे।

उन से दूर भला हम कैसे रह पाते…
दिल से उन्हें कैसे भुला पाते…
काश की वो सांसो के आलावा आईने में भी होते…
ख़ुद को भी देखते तो वो नज़र आते…

कुछ मीठे पल याद आते है…
पलकों पर आंसू छोड़ जाते है…
कल कोई और मिले तो हमें न भूल जाना…
कुछ अजनबी रिश्ते ज़िन्दगी भर काम आते है।

वो कौन है दुनिया में जिसे गम् नहीं होता,

किस घर में खुशी होती है, मातम नहीं होता,
ऐसे भी हैं दुनिया में जिन्हें गम नहीं होता,
एक हम हैं हमारा गम कभी कम नहीं होता।

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