तुझे अपना बनाना चाहता हूँ.
तेरे दुखों को अपनाना चाहता हूँ.
तेरे ख्यालों में खोना चाहता हूँ.
मेरी जान मैं तेरा होना चाहता हूँ.

लोग ढूँढें मुझे शहर शहर
तेरे दिल कि गलियों में खोना चाहता हूँ.
जुदाई मुझे सोने नही देती है अक्सर
तेरी जुल्फों कि छाँव में सोना चाहता हूँ.

हँसता रहता हूँ महफिल में यूँ ही मगर…
संग तेरी याद तन्हाई में रोना चाहता हूँ.
तुझे अक्सर सितारों में ढूंढता रहता हूँ
बन के चाँद तेरे पास आना चाहता हूँ

तू मेरी नही किसी और की है जाना...,
ये बता कर दिल को रुलाना चाहता हूँ.

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