पत्रों से
अब दिल
बहलाया नहीं जा सकता ।
प्यार भरी पाती
भावों का संगम
जीवन का
परिणय संवाद अब
झुठलाया नहीं जा सकता ।
कोमल भावनाओं की महक,
हर शब्द में
मिलन की कसक ।
प्यार की सौगातों की
लम्बी कथा,
कह गई पाती
सारी व्यथा ।
प्यार के उपहार में
शब्दों के जाल में, मैं
जब-जब भटक जाता हूँ;
सच कहूं
क्या करू
कुछ समझ नहीं पाता हूँ !
[] राकेश 'सोहम'
पेट में कीड़े होने के हैं यह लक्षण, जान लीजिये
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यह समस्या खासकर छोटे बच्चों में होती है। कई बार व्यस्कों को भी इसकी शिकायत
रहती है। हम आज की इस पोस्ट में जानेंगे कि पेट में कीड़े होने के क्या क्या
लक्षण...
6 years ago
2 Comments:
बहुत खूब... शानदार रचना...
BAHOOT KHOOB LIKHA HAI ....
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