एक ख्वाब एक ख़याल एक हकीकत हो तुम,
दोस्ती में पड़ने वाली हर ज़रूरत हो तुम.
जिसको रोज़ एक बार याद करना पड़े,
किया यार अजीम मोहब्बत हो तुम.

चाहो तो दिल से हमें मिटा देना,
चाहो तो हमको भूला देना.
पर ये वादा करो की कभी जो याद हमारी आई,
रोना मत सिर्फ़ एक एस।एम्.एस. कर देना.


कुदरत के करिश्माओं में अगर रात न होती,
ख्वाबों में भी उनसे मुलाक़ात न होती,
ये दिल हर एक गम की वजह है,
ये दिल ही न होता तो कोई बात ही न होती।

1 Comments:

दिगम्बर नासवा said...

एक ख्वाब एक ख़याल एक हकीकत हो तुम,
दोस्ती में पड़ने वाली हर ज़रूरत हो तुम.
जिसको रोज़ एक बार याद करना पड़े,
किया यार अजीम मोहब्बत हो तुम.
रवि जी
खूबसूरत रचना, एक S.M.S. की तो सब को इंतेज़ार है

आपको और आपके परिवार को होली मुबारक