प्यार और नफरत के चहेते,रंगीन और बदरंग चेहरे
किस्मत किसी की, बदकिस्मती किसी क़ी,
यह मजबूरी ही है, बगल मैं कौन किसके लेटे
क्या कल क़ी नजदीकी?
कोई कह नहीं सकता, आने वाले वक़्त का अहसास
कभी हो नहीं सकता, वक़्त तो वक़्त है
वक़्त पर ही बताएगा, किस का होगा क्या अंजाम
ये वक़्त ही बताएगा.
4 Comments:
बहुत सुन्दर भाव ।
विचारणीय विषय पर बेहतरीन कविता !
sundar
अच्छी कविता है...
aapki kavita padhi , achchi lagi
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