प्रत्येक जीवन में कुछ समस्याएं होती हैं। हमें अपनी खुशी की रचना करने के लिए और अपने पंख को पसारने के लिए निरंतर अपने जीवन को चलाना तथा प्रयास करना होता है। कभी-कभी खुद तय सीमा से ऊपर जाने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता होती है।
जांच कीजिए कि अपने जीवन के सम्बंध में आप क्या महसूस करते हैं? आगे जाइए और जांचिए कि वे वास्तविक है या आप केवल उसकी कल्पना कर रहे हैं। एक बार जब हम अपनी सीमा को पहचानते हैं तब यह हम में से प्रत्येक पर है कि हम उससे ऊपर जाएं।
किस चीज को आप असंभव महसूस करते हैं या क्या-क्या बाधाएं या अवरोध हैं जिन पर कामयाबी हासिल करने की आवश्यकता है? इन सभी को पहचानें। आपको यह समझना होगा या तय करना होगा कि समस्या से लड़ना अधिक फायदेमंद होगा कि अपनी योग्यता को बढ़ाने से या अपने जीवन स्तर के विकास करने से।
खुश रहने का एक तरीका है कि आप जो भी करना चाहते हैं या कर रहे हैं, उसमें कम चिंता करें, आराम से करें। हमारे पास अपनी रचना है उसे हमें अधिकांश समय देना चाहिए। जबकि प्रतिकूल स्थिति किसी समय किसी वातावरण में हो सकती है। इसके लिए अपने आप को दोषी कभी नहीं मानें। यह आपके लम्बे समय की खुशी को नष्ट कर देगा।
दोषारोपण का खेल या गलती खोजने की आदत सिर्फ आपको तुच्छ बनाती है। आपको अपनी खुशी के लिए नकारात्मक प्रभाव से बचना होगा। आप अपनी आशा को कम मत कीजिए चाहे काले बादल आपके ऊपर मंडरा रहे हों। यदि भगवान आपको समस्या देता है तो वह इस समस्या से जूझने की ताकत भी देता है।
हम अपने जीवन में खुद जो प्राप्त करते हैं, वह हमारी सीमा है। कुछ व्यक्ति पुर्वानुमान से किसी कार्य को शुरू करते हैं कि यह कार्य नहीं हो सकता है यह उनके नाकारापन को साबित करता है। यह बहुत महत्वपूर्ण बात है कि समय किसी व्यक्ति का इंतजार नहीं करता है।
आप अपनी वर्तमान प्राथमिकताएं देखें और जांचें कि उनको पुन: व्यवस्थित करने की आवश्यकता है या नहीं। उसमें समय की व्यवस्था भी शामिल है। आपके पास अपने परिवार के साथ समय व्यतीत करने का भी समय होना चाहिए। बिना किसी बाह्य वातावरण के यह एक छोटा सा अंतरावलोकन हो सकता है और बिना अधिक पैसों से आया कि आप साधारण रूप से देख सकते हैं कि आप के पास नए प्रकाश तथा नए सम्बंध में क्या है? आप किसी रोग का उपचार नहीं कर सकते हैं यदि आप आधारभूत कारणों का उपचार नहीं करेंगे।
एक नया प्रयास और एक नई दृष्टिकोण आपको अपने जीवन में जहां आप कभी महसूस करते हैं उसे तय करने के योग्य बना सकता है। किसी चीज को बदलने के लिए कभी भी अपने आप को कमजोर न समझें। हमारी इच्छा किसी वस्तु का विकास नहीं करती है। जहां हम महसूस करते हैं कि उसका होना हमारे लिए अच्छा है उसके लिए हमें सकारात्मक कार्य करना होता है।
हम सभी जानते हैं कि हम हमेशा के लिए जीवित नहीं रहने जा रहे हैं। यह हमें महसूस करवाता है कि प्रत्येक दिन बहुमूल्य है। हमें अपना सबसे अच्छा अवश्य देना चाहिए तथा इस धरती पर जो भी समय हमें दिया गया है इसका आनंद लेना चाहिए।
खुशी, उत्साह, परमानंद, उमंग से परिपूर्ण जीवन का रहस्य इस पर निर्भर नहीं करता है कि आपके पास क्या-क्या वस्तु है या अपने समाज में क्या आनंद लिया है। यह इस पर निर्भर करता है कि जीवन में आपका प्रयास या दृष्टिकोण क्या है? अपने जीवन को अपने तरीके से जीना तथा आप जो चाहते हैं उसे करना आप कब चाहते हैं तथा प्रत्येक मिनट इसका एहसास होना इन सभी पर आपके जीवन की खुशी निर्भर करती है।
With Spl.Thanks to Josh18...
0 Comments:
Post a Comment