मत देख कि कोई शख्श गुनाहगार कितना है.


यह देख कि तेरे साथ वफादार कितना है.

ये मत सोच कि उसे कुछ लोगों से नफ़रत भी है.

यह देख कि उसको तुझसे प्यार कितना है.


मत देख कि वो तनहा क्यूँ बैठता है इतना.


ये देख कि उसे तेरा इन्तिज़ार कितना है.


ये मत पूछ उसको तुझसे प्यार कितना है.


उसको ये बता कि वो तेरा हक़दार कितना है.

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 हर मुश्किल इम्तिहान नहीं होती.


मोहब्बत खामोश रहती है, बेजुबान नहीं होती.


एक एक कदम पर फितरत बदलती है जिंदगी.


जब हमको मंजिलों की पहचान नहीं होती.


Source: Unknown

2 Comments:

BrijmohanShrivastava said...

uttam kavita ka chayan thnks

Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार said...

मत देख कि कोई शख्श गुनाहगार कितना है
यह देख कि तेरे साथ वफादार कितना है

वाह जी … क्या बात है …


हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !

-राजेन्द्र स्वर्णकार