वो खामोश और हम परेशान क्यों हैं,
वो मशहूर और हम बदनाम क्यों हैं.
उनकी आवाज हमारे दिल की धड़कन है,
ये जानकर भी वो अनजान क्यों हैं.

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दिल के ही नहीं जान के करीब है वो,
हर पल साथ रहता है, अपना नसीब है वो.
ख़ुशी की लहर हो या हो गम का साया,
दिल ने हर पल उनको सबसे करीब पाया.

2 Comments:

संजय भास्‍कर said...

बहुत रोचक और सुन्दर अंदाज में लिखी गई रचना .....आभार

BrijmohanShrivastava said...

mujhe laga thaa aapne shayad likhna band kr diya hai . yadi haan to WHY?