सभी पाठकों को 'मेरी पत्रिका' की तरफ से
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये.

दीपावली यानी दीयों का त्योहार।
दीपावली के दिन जिस देवी लक्ष्मी
और गणेश भगवान की पूजा होती है,
उन्हीं देवी-देवताओं की मूर्तियों को
सजाने में मगन है यह सारा संसार.

दीपावली पूजा और लक्ष्मी पूजा के अवसर पर प्रमुख रूप से भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी के तीन रूपों की पूजा की जाती है। भगवान गणेश की पूजा किसी भी शुभ कार्य को आरंभ करने से पूर्व की जाती है क्योंकि ये विघ्नहर्ता यानी बाधाओं को हरने वाले हैं। देवी लक्ष्मी की पूजा उनके तीन रूपों –
महालक्ष्मी (धन और संपत्ति की देवी),
महासरस्वती (शिक्षा और विद्या की देवी), और
महाकाली, कुबेर (धन खजाने के देवता)
…में की की जाती है।

कैसे करें दीपावली पूजा ?

1. लक्ष्मी पूजा:

देवी लक्ष्मी भृगु की बेटी थी और जब सभी देवताओं को निर्वासित किया गया था तब इन्होंने दूध के समुद्र में जाकर आश्रय लिया था। समुद्र मंथन के समय लक्ष्मी जी का दुबारा जन्म हुआ। लक्ष्मी जी की सुंदरता को देखकर सभी देवता उन पर मोहित हो गये । भगवान शिव ने लक्ष्मी को अपनी पत्नी होने का दावा कर दिया लेकिन उन्होंने बाद में लक्ष्मी को भगवान विष्णु के हाथों में सौंप दिया जैसा कि श्री लक्ष्मीजी चाहती थी।

लक्ष्मी उजाला, सुंदरता, सौभाग्य और धन सम्पत्ति की दैवी हैं। लक्ष्मी जी की पूजा सफलता प्राप्त करने के लिए की जाती है। वे उन भक्तों के पास हमेशा नहीं रहती हैं जो आलसी है और धन संपत्ति के लिए जो उनकी पूजा करता है।

लक्ष्मी पूजा करने की विधि:

सबसे पहले जिस स्थान पर पूजा करना है वहां साफ सफाई कर नया कपड़ा बिछाएं।
इसके मध्य में थोड़ा सा अनाज रखें और इसके ऊपर कलश, लोटा स्थापित करें। कलश में तीन चौथाई पानी भरें और इसमें एक सुपारी, एक फूल, एक सिक्का और कुछ चावल के दाने डालें। कलश में डालने के लिए के पांच तरह के पत्ते या आम के पत्ते का इंतजाम करें।
कलश के पास थोड़ा सा खाद्य पदार्थ रखें और इसको चावल से ढंक दें। अब हल्दी का इस्तेमाल करते हुए चावल के ऊपर कमल का चित्र बनाएं और इसके बाद देवी लक्ष्मी की प्रतिमा को एक सिक्के के साथ इसके ऊपर स्थापित करें।
कलश के सामने दायीं ओर(दक्षिण-पश्चिम दिशा) भगवान गणेश की प्रतिमा को स्थापित करें। इसके साथ ही इस स्थान पर कलम और किताब को रखें और अपने कार्य के अनुसार जो कुछ भी रखना चाहते हों यहां रख सकते हैं।
पूजा आरंभ करने से पूर्व एक दीपक और अगरबत्ती जलाएं और उसके साथ ही कलश स्थल पर हल्दी, कुमकुम और कुछ फूलों को रख पूजा प्रारंभ करें।
पूजा की बर्तनों को शुद्ध करने के लिए इस पानी का इन बर्तनों पर छिड़काव करें।
पंचामृत बनाने के लिए पांच आवश्यक सामग्री का इस्तेमाल करें- जो इस प्रकार हैं- दूध, दही, घी, चीनी और शहद।
गणेश जी पूजा के साथ शुरूआत करें क्योंकि गणेश जी की पूजा के साथ ही सभी पूजा का आरंभ होता है। गणेश मंत्र और गणेश आरती के साथ पूजा की शुरूआत करें। गणेश जी की प्रतिमा पर फल, फूल और मिठाइयों को चढ़ाएं।
अब देवी लक्ष्मी की पूजा लक्ष्मी मंत्र के साथ करें। उनकी प्रतिमा पर फूलों को चढ़ाएं।
एक थाली में लक्ष्मी की प्रतिमा को रखें और इसे पंचामृत पानी से साफ करें और इस पानी से सोने से बने गहने को भी धोएं। प्रतिमा को अच्छी तरह पोछ लेने के बाद इसे कलश के समीप रख दें। इसके अलावा फूल को पानी और पंचामृत में डूबो कर प्रतिमा पर छिड़काव करे ।
देवी की प्रतिमा पर चंदन का मिश्रण, हल्दी, कुमकुम को चढ़ाएं। इसके साथ ही माला को देवी की प्रतिमा को पहनाएं। उसके बाद कुछ फूल और मिठाइयां, नारियल और फल को भी चढ़ाएं।
इसके बाद स्याही और किताब की पूजा करें। किताब के पहले पन्ने को खोलें और उस पर शुभ लाभ लिखें और इस पर घड़ी की सुई की समान दिशा में स्वास्तिक चिन्ह बनाएं।
इसके बाद अपने सारे सोने और चांदी के सिक्के को पानी, पंचामृत से धोएं।
अब देवताओं की प्रतिमा पर चावल और बताशा को चढ़ाएं।
और आखिर में देवी लक्ष्मी की आरती और वैश्विक आरती ओम जय जगदीश हरे पूजा आरंभ करें।
आरती समाप्त होने के बाद यहां मौजूद सारे भक्तों में प्रसाद का वितरण करें।
पूजा समाप्त होने के बाद अपने घर के चारों ओर दीपक (मिट्टी के दीये में सरसों का तेल भरकर) और दीपक न होने पर मोमबत्ती जलाएं। ध्यान रहे कि घर का एक भी कोना अंधेरे में नहीं रहे।
लक्ष्मी जी की आरती कर आप पूजा प्रारंभ करें। लेकिन इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि वे अधिक शोर शराबा से घृणा करती हैं। इसलिए आरती करते समय ज्यादा शोरशराबा ना करें और छोटी घंटी का इस्तेमाल करें। पूजन के समय शांत और उत्कृष्ट वातारण का प्रबल होना उचित होगा। पूजा करते वक्त या इसके तुरंत बाद पटाखे ना छोड़ें।

मां लक्ष्मी जी की आरती :

जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता।। जय.।।
ब्रह्माणी, रूद्राणी, कमला, तूही है जग माता।
सूर्य चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता।। जय.।।
दुर्गारूप निरंतारा, सुख-संपत्ति दाता।
जो को तुमको ध्याता, ऋद्धि-सिद्धि पाता।। जय.।।
तूही पाताल निवासिनी, तूही शुभ दाता।
कर्म प्रभाव प्रकाशक, जगनिधि की त्राता।। जय.।।
जिस घर में तुम रहती, सब सद्गुण आता।
कर साके कोई कर ले, मन नहीं घबराता।। जय.।।
तुम बिन यज्ञ न होवे, वस्त्र ना कोई पाता।
खान-पान का वैभव, सब तुमसे ही आता।। जय.।।
शुभ-गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि जाता।
रत्न चतुर्दश तुम ही, कोई नहीं पाता।। जय.।।
आरती लक्ष्मी जी की, जो कोई नर गाता।
उर आनंद उमंग आती, पाप उतर जाता।। जय.।।

२. गणेश पूजा:

भगवान गणेश 33 करोड़ देवी देवताओं में सबसे पहले पूजे जाने वाले देवता हैं। इनकी उपासना करने से सभी विघ्नों का नाश होता है और सुख-समृद्धि, धन-बल और बुद्धि-ज्ञान की प्राप्ति होती है। इसलिए दीपावली पूजन में भी सबसे पहले गणेश जी की पूजा की जाती है। हिन्दू देव समूहों में इन दोनों देवताओं में कोई संबंध नहीं है, गणेश शिव और पार्वती के पुत्र हैं। तदापि लक्ष्मी और गणेश जी को साथ-साथ रखा जाता है।
गणेश पूजा के दौरान देवी लक्ष्मी की प्रतिमा को बायीं ओर स्थापित करें और भगवान गणेश की प्रतिमा को दायीं ओर रखें। लक्ष्मी धन और समृद्धि के साथ-साथ जीवित सुंदरता, दया और मनोहरता की दैवी हैं। उनका चित्रण प्राय: कमल पर सोने के सिक्कों के साथ विराजमान होता है। भगवान गणेश सब प्रकार की सिद्धी प्रदान करने वाले, विवेक देने वाले और सब विघ्नों का नाश करने वाले देवता हैं।

ऐसे करें गणेश पूजा:

दीपावली के अवसर पर श्री लक्ष्मी-गणेश की पूजा होती है। इन दोनों देवताओं की प्रतिमा को एक साफ सुथरे स्थान पर रखा जाता है। इसके साथ इन प्रतिमाओं पर चंदन मिश्रण, केसरिया मिश्रण, इत्र, हल्दी, कुमकुम, अबीर, गुलाल, फूलों की माला खासकर गेंदे के फूलों की माला और बेल पत्र को चढ़ाया जाता है। सुगंधित अगरबत्ती और धूप जलाये जाते है और मिठाइयां, नारियल, फल और तांबूल भी इन पर चढ़ाए जाते हैं। और पूजा के अंत में भक्त भगवान गणेश की आरती गाते हैं।

श्री गणेश जी की आरती:

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
एक दंत दयावन्त, चार भुजाधारी।
माथे सिन्दूर सोहे, मूसे की सवारी।।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
पान चढ़े, फूल चढ़े, और चढ़े मेवा।
लडुअन का भोग लगे, संत करें सेवा।।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
अंधे को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया।।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
दीनन की लाज राखो शम्भू सुत वारी।
कामन को पूरा करो जग बलिहारी।।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।

श्री जगदीश्वर जी की आरती:

ओम जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे।
भक्तजनों के संकट, क्षण में दूर करे।। ओम जय जगदीश हरे।।
जो ध्यावे फल पावे, दुख बिन से मन का।
सुख-संपत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का।। ओम जय जगदीश हरे।।
माता-पिता तुम मेरे, शरण पदुम मैं किसकी।
तुम बिन और न दूजा, आस करूं जिसकी।। ओम जय जगदीश हरे।।
तुम पूरन परमात्मा, तुम अंतरयामी।
पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सबके स्वामी।। ओम जय जगदीश हरे।।
तुम करुणा के सागर, तुम पालनकर्ता।
मैं मूरख खल-कामी, कृपा करो भर्ता।। ओम जय जगदीश हरे।।
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय, तुमको मैं कुमति।। ओम जय जगदीश हरे।।
दीनबंधु दुखहर्ता, तुम रक्षक मेरे।।
अपना हस्त उठाओ, द्वार खड़ा मैं तेरे।। ओम जय जगदीश हरे।।
विषय विकार मिटाओ पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा।। ओम जय जगदीश हरे।।
तन-मन-धन और संपत्ति, सब कुछ है तेरा।
तेरा तुझको अर्पण, क्या लगे मेरा।। ओम जय जगदीश हरे।।
ओम जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे।
भक्तजनों के संकट, क्षण में दूर करे।। ओम जय जगदीश हरे।।


दीपावली का यह प्यारा त्यौहार,
जीवन में लाये खुशियाँ हज़ार,
लक्ष्मी विराजे आपके द्वार,
शुभ कामना हमारी करो स्वीकार...



मुझसे अपना प्यार कभी वापस मत लेना
मुझ से यह इकरार कभी वापस मत लेना
कहती रहना मुझ को-हर पल में तेरी हूँ
मुझ से यह इज़हार कभी वापस मत लेना
आँखें रोशन रखना अपनी यादों से
मुझ से यह दीदार कभी वापस मत लेना
खुशबू बन कर बसना मेरे तन मन में
मुझ से यह इज़हार कभी वापस मत लेना।


किताबों में छपते हैं चाहत कि किस्से.
हकीकत की दुनिया में चाहत नहीं हैं.
ज़माने कि बाज़ार में ये वो शाया हैं.
कि जिसकी किसी को ज़रुरत नहीं हैं.
ये बस नाम हैं नाम की चीज़ हैं.
ये बेकार बेदाम की चीज़ हैं।

Just look at me
And then you’ll see
How much you mean to me
I want only you

I dream that I could hold you now
I would do anything but I dunno how
I hope that you’ll be mine again
Bcz I wanna erase forever that pain.



I’ll Always Love You
Before I met you,
I was badly hurt from relationships that fell
Apart,
I didn’t wanted an end,
I thought nothing could cure me,
My heart would never mend.
You walked into my problems
And made them go away,
I didn’t wanna be with you,
B’cz I thought you’d hurt me someday.
I gave you a chance to see if that was true,
But omething was different and you were
Something new.
Now, I know what your love is truly about,
Your sweet, honest, and loveable,
Something I can’t live without.
I hope that this love will last,
Because you know I’ll always love you,
I hope we’ll never part,
Because I know you love me too…

Dream Come True

Have you ever had a dream come true?
A dream that totally amazed even you.
I’ve had a dream most of my life,
In this dream I find a wonderful partner.
Helps me to become all I can be.
Sometimes I act so terribly sappy.
It always seems to make me happy.
she brightens my life more than the sun.
We laugh together and often have fun.
And during the times that I must cry,
He is always there to make my eyes dry.
In you my love, I have found all these things,
And if you will, please wear this ring.
And if you are nothing more than a dream,
I hope I never wake up.

I love you so much

When you find someone you love
It’s hard to tell them how you feel, but even
Harder to explain it’s real.
It hurts so much to hear that person say, Im
Wrong to feel this way!
What can I do? What can I say?
To make you understand how I feel about
You each and everyday!
Is it that my heart skips a beat everytime you
Pass or how the walls around the heart came
Down with just a glance.
I toss and turn all night in bed, thoughts of
You running through my head!
I don’t know what to say to prove that it’s
Real
Words cant express the way I feel
Just hold my hand and look into my eyes
If you see tears falling to the floor then you
Know
It’s meant to be, that I really do love you!

Your Name
I worte your name in the sky,
But the wind blew it away.
I wrote your name in the sand,
But the waves washed it away,
I wrote your name in my heart,
And forever it will stay.

Promises
This ring I present to you,
As a symbol of my commitment.
My commitment to you,
And to the promises I now make.

I promise that you will be my one and only,
The only one that I share my love with.

I promise I will always be true to you,
I won’t ever break your heart.

I promise to tret you like a prince,
Just the way you should be.

I promise to never hurt you,
Whether it be physically or emotionally.

I promise to lift you up,
At those times you are feeling down.

I promise to wipe your tears,
Whenever you need a good cry.

I promise to keep you smiling,
To show off that smile of yours.

Last of all, I promise to love you with all my
Heart,
Until the end of time.

Living in our memory!
Sitting in my bedroom alone
Listening to songs we used to listen to.
Thinking back to when we met.
Thinking how much I really miss you.

Looking at our photo,
Tears fill my eyes.
Looking at how happy we were.
How I didn’t realize.

I miss everything.
From dancing, to fighting,
To you holding me close to your heart.
I miss our cuddles…
I try to forget but I cant.

5 years since we met.
Its gone so fast.
Yet it still feels like just yesterday,
Since we were living our perfect past.

You told me the past has gone,
And that we remain apart.
You also said you see me in your future,
And that I’ll always have your heart.

Those words I’ll never forget.
Because I believe every word.
I also believe in never-ending love,
And a love that is no longer heard.

So forever I’ll whisper.
l’ll whisper I love you.’
I hope you hear me calling,
Because you know my whispers true.

वफ़ा के शीश महल में सजा लिया मैंने,
वो एक दिल जिसे पत्थर बना लिया मैंने।
यह सोच कर कि न हो ताक में खुशियाँ,
ग़मों की ओट में ख़ुद को छिपा लिया मैंने।

कभी न ख़त्म किया मैंने रौशनी की मुहाज़,
अगर चिराग बुझा, दिल जला लिया मैंने।
कमाल यह है कि जो दुश्मन पे चलना था,
वो तीर अपने कलेजे पे खा लिया मैंने।

जिसकी अदावत में एक प्यार भी था,
उस आदमी को गले से लगा लिया मैंने।

आने वाले समय में यूरोप के हवाई अड्डों पर सुरक्षा जाँच के लिए केवल लाइन लगाने, जेब की तलाशी देने और जूते उतारने से ही काम नहीं चलेगा. अब वहाँ कंप्यूटर एक्स-रे के माध्यम से यात्रियों की ऐसी तस्वीर ली जाएगी जिससे उसे बिना कपड़ों के भी देखा जा सकेगा. इसका प्रस्ताव यूरोपीय आयोग ने दिया है. यह प्रस्ताव अभी प्रारंभिक अवस्था में है और जैसा कि प्रस्ताव है यह जाँच सबके लिए ज़रूरी नहीं होगी. इन सबके बावज़ूद यूरोप की कुछ संसदों में इससे होने वाले मानवाधिकार उल्लंघन और और व्यक्तिगत मर्यादा पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर चिंता जताई गई है.

जहाँ यह तकनीक उपलब्ध है. वहाँ हवाई सुरक्षा अधिकारी किसी भी व्यक्ति को बूथ पर ले जाकर उसकी विभिन्न कोणों से तीन तस्वीरें ले सकते हैं. कुछ ही छण में एक्स-रे स्कैनर उस व्यक्ति के शरीर की एक तस्वीर बना देगा. यह उस व्यक्ति की नग्न तस्वीर होगी और अगर उनसे सिक्के, बंदूक या दवाओं जैसी कोई चीज छुपा रखी है तो वह दिख जाएगी. यूरोपीय आयोग के एक प्रवक्ता ने बीबीसी से कहा कि तकनीक का व्यापक प्रयोग केवल सुरक्षा बढ़ाना ही नहीं है बल्कि इसमें जाँच की प्रक्रिया को तेज़ करने की क्षमता भी है.

यूरोपीय आयोग का कहना है कि यह मशीन पहले से ही कुछ हवाई अड्डों पर सीमित क्षमता के साथ प्रयोग की जा रही है. लेकिन आयोग का कहना है कि वह यह सुनिश्चित करेगा कि स्कैनर नुक़सानदेह नहीं है. वहीं अधिकांश लोगों का मानना है कि हवाई अड्डे के सुरक्षा कर्मचारी जितना आपको जानते हैं अब उससे अधिक जान जाएँगे. आयरलैंड के सिन फ़िन एमईपी बेयर ब्री डी बर्न के मुताबिक यह प्रणाली अनावश्यक, दोषपूर्ण, और आक्रामक है. उन्होंने कहा, "आयोग इस योजना को मौलिक अधिकारों, स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन किए बिना लेकर आ रहा है. यह एक आधी-अधूरी योजना है."

इस स्कैनर के माध्यम से जो तस्वीरें ली जाएँगी वे आम तस्वीरों जैसी नहीं होंगी क्योंकि इसमें किसी भी व्यक्ति को कपड़े उतारे बिना भी पूरी तरह से नग्न देखा जा सकेगा।

आज-कल लगातार बढ़ रहे आतंकवादी घटनाओं से सुरक्षा के मद्देनज़र इसे भले ही उचित और ज़रूरी कदम ठहराया जाए लेकिन नैतिकता और मानवाधिकार के निगाहों से कभी भी रंच मात्र भी उचित नही ठहराया जा सकता. मेरी राय में, सुरक्षा के लिए चिंतित सरकारों और वैज्ञानिकों को कोई और बिकल्प ढूंढ़ना चाहिए।

काश कभी होता यह मेरे अख्तियार में,
मैं रंग देता जान तुझे अपने प्यार में।
मैं इतना प्यार देता तुझे जान-ऐ-आरजू,
तुम ख़ुद को भुला देते मेरे ऐतबार में।

तुम जो कभी बुलाते मुलाकात के लिए,
बेचैन होके फिरते मेरे इंतज़ार में।
मैं देर से जो आता नाराज़ होके तुम,
हर बात का जवाब देते इनकार में।

तुम तो किसी बात पर मुझसे रूठ जाते,
मैं तुम्हे मनाता बड़े इसरार में।
मान कर तुम मुझसे सिर्फ़ यही कहते,
है यकीन नही कमी कोई तेरे प्यार में।

काश कभी होता यह मेरे इख्तियार में,
मैं रंग देता जान तुझे अपने प्यार में।

व्यस्त जीवन शैली और भौतिकता का असर लोगों की जीवनशैली, स्वास्थ्य और पारिवारिक मूल्यों पर नज़र आने लगा है. उद्योगों में काम करने वाले लोगों की लगभग आधी संख्या मोटापे, ज़्यादा वज़न की शिकार हैं तो क़रीब 27 प्रतिशत संख्या हाईपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप का सामना कर रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में कामकाजी लोगों की जीवनशैली और स्वास्थ्य के बारे में एक सर्वेक्षण कराया है जिसमें यह बात सामने आई है. इस सर्वेक्षण में कामकाज के स्थान से जुड़ी समस्याओं पर भी ग़ौर किया गया है. इस सर्वेक्षण में पता चला है कि कामकाज करने वाले क़रीब 27 प्रतिशत लोग उच्च रक्तचाप से परेशान हैं, क़रीब दस प्रतिशत डायबटीज़ का सामना कर रहे हैं तो लगभग 47 प्रतिशत लोग ज़्यादा वज़न की परेशानी से दो-चार हैं. इस सर्वेक्षण में कहा गया है कि ये समस्याएँ मुख्य रूप से उन उद्योगों में जो शहरी इलाक़ों में हैं और जहाँ जीवनशैली का गहरे रूप से शहरीकरण हो चुका है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के इस सर्वेक्षण में सिफ़ारिश की गई है कि कामकाजी लोगों को दिल की बीमारियों से बचने के बारे में स्वास्थ्य प्रशिक्षण दिया जाए और यह आकलन भी किया जाए कि स्वास्थ्य शिक्षा का इन बीमारियों को नियंत्रित करने में कितना योगदान रहता है. इस सर्वेक्षण में भारत के दस विभिन्न उद्योगों में काम करने वाले लगभग 35 हज़ार कर्मचारियों और उनका परिजनों से बातचीत की गई. ख़ासतौर से 10 से 69 उम्र के लोगों से बातचीत की गई.

इसके अलावा बीस हज़ार ऐसे लोगों से भी बात की गई जिन्हें अकस्मात संपर्क किया गया और उनसे स्वास्थ्य और जीवनशैली के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। यह सर्वेक्षण विश्व स्वास्थ्य एसेंबली में सोमवार को जिनेवा में पेश किया गया. इस दस्तावेज़ को विश्व स्वास्थ्य संगठन और विश्व आर्थिक फ़ोरम ने मिलजुलकर तैयार किया. इस सर्वेक्षण में ऐसे बहुत से पहलुओं पर प्रकाश डाला गया जो कामकाज के स्थानों पर स्वास्थ्य़ को प्रभावित करते हैं.

इस कार्यक्रम में ख़ास ज़ोर इस बात पर दिया गया है कि कामकाज के स्थानों पर रोज़मर्रा की ऐसी आदतों और बर्ताव में बदलाव लाना ज़रूरी है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं. इसके उलट स्वास्थ्यवर्धक आदतें और बर्ताव को बढ़ावा दिया जाना चाहिए, ख़ासतौर से हृदय संबंधी बीमारियों का सामना करने के प्रयासों के तहत. इस कार्यक्रम में कहा गया है कि लोगों को अपनी शारीरिक गतिविधियाँ बढ़ानी चाहिए यानी व्यायाम और कसरत को जीवनशैली का नियमित हिस्सा बनाएँ, फल और सब्ज़ियाँ ज़्यादा खाएँ. इस सर्वेक्षण में डायबटीज़, लंबाई और वज़न का तालमेल यानी बीएमआई और हृदय को स्वस्थ रखने पर भी ध्यान दिया गया है. इस कार्यक्रम में कहा गया है कि लोगों को जागरूक बनाने के लिए आकर्षक और प्रभावशाली संदेश प्रसारित करें और स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने के तमाम प्रयास करें. इसके तहत नियमित तौर पर स्वास्थ्य कक्षाएँ लगें, फ़िल्में दिखाई जाएँ, सेमिनार हों, लोगों को आपस में बहस-मुबाहिसा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए. इस कार्यक्रम के तहत अनेक देशों में ये तरीक़े अपनाए भी गए जिनका लोगों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर देखा गया.