अगर आप मांसपेशियों और रीढ़ की हड्डी के दर्द से हैं परेशान, तो जानें कैसे
मिलेगा आराम
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मौजूदा भागमभाग वाली जिंदगी में पता नहीं कब शरीर के किसी भाग का दर्द हमारी
दिनचर्या का हिस्सा बन जाता है, इसका हमें पता भी नहीं चलता। सुबह उठने के बाद
अक्सर...
5 years ago
3 Comments:
bahut khub
shekhar kumawat
http://kavyawani.blogspot.com/
बहुत बढ़िया,
बड़ी खूबसूरती से कही अपनी बात आपने.....
पूरी कविता दिल को छू कर वही रहने की बात कह रही है
हर एक सफ-ए-कहानी मे वो मुझे मजमून लिखता है
लफ्ज़ो की जुस्तजू मेरे संग़ बीते लम्हो से लेता है
स्याही मेरे अश्क़ को बनाकर वो हर लम्हा लिखता है
बहुत सुन्दर
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