जाम पे जाम पिए जारहे हैं
कुछ सफर जिंदगी की जिए जारहे है।
न जाने कौन सी सांस हो आखिरी,
इसलिए हर सांस के साथ याद आपको किए जारहे है।
कभी आप की ग़मों से मुलाक़ात न हो,
उदास बैठो ऐसी कोई बात न हो।
शिकायत हो तो हमे माफ़ कर देना,
फुर्सत से बैठे हो तो हमे याद कर लेना।
1 Comments:
Nice poem dear
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