न जाने ये क्या हो रहा है.


न चाहते हुए भी कोई अपना हो रहा है.


दिल पूरी कोशिश करता है उसे भूल जाने की.


पर न चाहते हुए भी उससे रिश्ता गहरा हो रहा है.






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आज आपके प्यार में कुछ कमी देखी.


चाँद की चांदनी में कुछ नमी देखी.


उदास होकर लौट आये हम अपने घर.


जब महफ़िल आपकी गैरों से सजी देखी.






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जीवन के हर मोड़ पर आशा और निराशा है.


मिलना और बिछड़ना तो प्यार की परिभाषा है.


...from collections.

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