जाम पे जाम पिए जारहे हैं
कुछ सफर जिंदगी की जिए जारहे है।
न जाने कौन सी सांस हो आखिरी,
इसलिए हर सांस के साथ याद आपको किए जारहे है।


कभी आप की ग़मों से मुलाक़ात न हो,
उदास बैठो ऐसी कोई बात न हो।
शिकायत हो तो हमे माफ़ कर देना,
फुर्सत से बैठे हो तो हमे याद कर लेना।



समझा न कोई दिल की बात को,
दर्द दुनिया ने बिन सोचे ही दे दिया।
सह गए जो हम अगर दर्द को चुपके से,
तो पत्थर दिल कह दिया।


जिंदगी किसी की अमानत नही होती,
अमानत में कभी खयानत नही होती।
हमसे दोस्ती ज़रा संभल के करना,
हमारी दोस्ती की क़ैद में ज़मानत नही होती।


आप को भूल जाऊँ उमर गुजरने की बात है,
आपको न हो यकीन ये और बात है।
जब तक रहेगी साँस तब तक रहोगे याद,
ये साँस टूट जाए तो और बात है।


किसी की चाहत पर जिंदा रहने वाले हम न थे,
किसी पर यूँ मिटने वाले हम न थे।
आदत सी पड़ गई है तुम्हे याद करने की,
वरना किसी की यादो में रोने वाले हम न थे।



आँखों की ज़ुबाँ थी पर इज़हार नहीं था,
हम दोनों में कोई शोक सा करार नहीं था।
दूर हो कर जो तड़पे हैं तेरे दीदार की खातिर,
अब कैसे मै कहूँ मुझे प्यार नहीं था।


हम दोस्तों को भुलाते नहीं हैं,
मगर ये बात जताते नहीं हैं।
दोस्तों को हमेशा रखते हैं याद,
हम भुलाने के लिए दोस्त बनाते नहीं हैं।


जिंदगी मोहताज़ नहीं मंजिलों की,
वक़्त हर मंजिल दिखा देता हैं।
मरता नहीं कोई किसी के लिए,
वक़्त सबको जीना सीखा देता हैं।




एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यूँ है.
इनकार करने पर भी चाहत का इकरार क्यों है.
उसे पाना नही मेरी तकदीर मैं शायद.
फिर हर मोड़ पे उसी का इंतज़ार क्यों है…!


तेरी आवाज़ तेरे रूप की पहचान है,
तेरे दिल की धड़कन मेरे दिल की जान है.
न सुनु जिस रोज़ तेरी बातें,
लगता है उस रोज़ ये जिस्म ही बेजान है।


अभी इस तरफ़ न निगाह कर,
मैं ग़ज़ल की पलकें स्वर लूँ मेरा लफ्ज़
लफ्ज़ हो आइना तुझे आईने में उतार लूँ।
कई अजनबी तेरी रह में,
मेरे पास से यूँ गुज़र गए।


जिन्हें देखकर यह तड़प हो
तेरा नाम ले कर पुकार लूँ।
दिल की बस येही आरजू है,
के कभी तुमसे मिलजाए हम,
धडकनों का यह कहना है,
तुम बिन न धड़क पायेंगे हम।


एन दूरियों में तुमको, जितना याद किया हमने,
तेरे आने पर तुमको इतना चाहेंगे हम,
मेरे बारे में हवाओ से वो कब पूछेगा
ख़ाक जब ख़ाक में मिल जाए गी तब पूछेगा
घर बसाने में यह खतरा है के घर का मालिक
रात में दिर से आने का सबब पूछेगा
अपना ग़म सबको बताना है तमाशा करना
हाल-ऐ-दिल उसको सुनाएं गे वो जब पूछेगा
जब बिचार्र्ना भी तो हँसते हुए जन वरना
हर कोई रूठ के जाने का सबब पूछेगा।


इक तबस्सुम होठों पे रक्षा है,
कोशिश है गम छुपाने की।
मेरे अहबाब समझते है,
मुझे आदत है मुस्कराने की।


किनारे मिले एक ज़माना हो गया….
ऐसा लगता है अपना भी कोई बेगाना हो गया….
वो तो चले गए हमसे दूर….
लेकिन मुश्किल इस दिल को समझाना हो गया।

Happy Valentine's Day