अपनी आंखों की अश्कों से,


तुम्हारी आंखों में बहार लिखूँ।


कि अपने ग़मों की स्याही से,


तुम्हारे होठों पे मुस्कान लिखूँ।


क्या लिखूँ ऐ दोस्त तू ही बता,


अपने मोहब्बत-ऐ-ज़ज़बात से,


तेरी ज़िन्दगी में प्यार लिखूँ।



मन में सबके अरमान नही होता,


हर कोई दिल का मेहमान नही होता।


पर जो दिल में एक बार समा जाए,


उसे भूल जाना आसान नही होता।



छुप-छुप के तनहा रो लेंगे,


अब दिल का दर्द किसी न बोलेंगे।


नींद आती नही है रातों को अब,


जब आएगी मौत तो जी भर के सो लेंगे।



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